भारतीय शेयर बाजार में सेंसेक्स और निफ्टी रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन करते हुए नई ऊंचाई पर पहुंचे।

भारतीय शेयर बाजार में सेंसेक्स और निफ्टी का शानदार सफर जारी है और यह एक ऐतिहासिक मुकाम पर पहुंच गया है। शुक्रवार को शेयर बाजार बंद होने के वक्त 1.37 फीसदी तेजी के साथ 970 अंक उछलकर पहली बार 71,000 अंक पर बंद हुआ। वही निफ्टी ने भी सेंसेक्स के साथ कदमताल करते हुए अपने रिकॉर्ड स्तर के साथ बंद हुआ। बीएससी पर सूचीबद्ध कंपनियों की बाजार पूंजी में भी जबरदस्त उछाल देखा गया और यह 358 लाख करोड़ रुपए के रिकॉर्ड स्तर को पर कर गया।



अमेरिका के फेडरल रिजर्व के अगले वर्ष में ब्याज दरों में कटौती करने के उम्मीद से घरेलू शेयर बाजार झूम उठे। रियलिटी रियल्टी सेक्टर, प्रौद्योगिकी और सूचना प्रौद्योगिकी के शेयरो में निवेशको की तेज खरीदारी देखी गई।

विदेशी संस्थागत निवेशको द्वारा भी भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त निवेश देखा जा रहा है।  विदेशी संस्थागत निवेदक फेडरल रिजर्व के दरों में कटौती के संकट से अमेरिकी बांड पर मिलने वाले रिटर्न पर तेज गिरावट से भी सहमे हुए हैं। अब उन्हें भारतीय शेयर बाजार अति आकर्षक लग रहे हैं। वहीं पर भारत में महंगाई को काबू में करने के लिए आरबीआई द्वारा उठाए गए कदमों से महंगाई में गिरावट के संकेत मिल रहे हैं तथा देश के जीडीपी अनुमान भी बढ़ रहे हैं। बृहस्पतिवार को ही विदेशी संस्थागत निवेशकों ने घरेलू बाजार में 3570.07 करोड रुपए के निवेश किया।

आगामी वित्तीय वर्ष में दुनिया में तेल की मांग और खपत में तेज बढ़ोतरी होने की उम्मीद।


विशेषज्ञ का कहना है की पूरे विश्व में अगले वित्तीय वर्ष में तेल की मांग और खपत में तेज वृद्धि होने की उम्मीद है। इसका एक मुख्य कारण है की पूरी दुनिया में आर्थिक गतिविधियों में तेजी आ रही है।

 भारत दुनिया का विकास का नया इंजन बनकर उभर रहा है।  एशियाई विकास बैंक एडीबी ने चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए भारत के विकास दर के अनुमान को 6.3 फ़ीसदी से बढ़कर 6.7 फ़ीसदी कर दिया है। एशियाई बैंक  द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार भारत के आर्थिक आंकड़े भी औद्योगिक क्षेत्र में आई अत्यंत मजबूती के संकेत दे रहे हैं। भारत में निर्माण, खनन, निर्माण प्रौद्योगिकी, सेवा क्षेत्र, रियलिटी में भी अच्छी तेजी देखी जा रही है। इसके अतिरिक्त केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा भी लगातार विनिर्माण क्षेत्र में पूंजी निवेश किया जा रहा है। 

विशेषज्ञों के अनुसार नए साल में विश्व में तेल की खपत 11 लाख बैरल प्रतिदिन तक बढ़ सकती है। यह आंकड़ा पहले के अनुमानों से 1.301 बैरल अधिक है। वहीं पर ऐसा भी माना जा रहा है की ओपेक के द्वारा तेल उत्पादन में कटौती करने के बावजूद भी मांग और खपत में बढ़ोतरी होगी। वहीं पर वर्ष 2023 में तेल की खपत विश्व में लगभग 23 लाख बैरल प्रतिदिन पर पहुंच गई थी।


18 दिसंबर से निवेशकों को सावरण गोल्ड बॉन्ड में निवेश करने का सुनहरी मौका


सस्ता सोना खरीदने की चाहत रखने वाले निवेशकों के लिए सावरेन गोल्ड बॉन्ड एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। गोल्ड बॉन्ड खरीदने वालों के लिए यह स्कीम पुनः 18 दिसंबर से 5 दिनों के लिए खुल रही है। भारतीय रिजर्व बैंक ने इसके लिए रु 6,199 प्रति ग्राम मूल्य तय किया है। वित्तीय वर्ष 2013-24 में सावरेन गोल्ड बॉन्ड श्रृंखला तीन के लिए निवेश के लिए 18 से 22 दिसंबर तक खुली रहेगी।
 निवेशको को इसके लिए ऑनलाइन आवेदन करने पर या डिजिटल माध्यम से भुगतान करने पर ₹50 प्रति ग्राम की विशेष छूट मिलेगी। सावरेन गोल्ड बॉन्ड निवेशकों के लिए निवेश करने के लिए एक बेहतरीन विकल्प बनकर उभरा है और यह है निवेश का अत्यंत ही सुरक्षित मध्य बनता जा रहा है। निवेशकों को इसमें अत्यंत अच्छा रिटर्न भी मिल रहा है।

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